बिड़दो बक

| बक – बिड़दो बक | शब्द – विलोम शब्द |
|---|---|
| उल्ला – माख़ा | दिन – रात |
| ऊख़ा – बिल्ली | अन्धकार – बिल्ली |
| ओक्कना – इजना | बैठना – खड़ा होना |
| अयंग – बंग्ग | माँ – पिताजी |
| अज्जो – अज्जी | दादा – दादी |
| तीना – डेब्बा | दांया – बांया |
| मेंच्छा – नटरा | लम्बा- नाटा |
| मेंच्छा – नटरी | लम्बी – नाटी |
| नुरदना – खसखस | चिकना – उबड़-खाबड़ |
| निन्दका – आधे | भरा हुआ – खाली |
| ख़ईका – ख़े:ना | सुखा – भिंगा |
| उल्लका – तेबरका | जला हुआ – बुझा हुआ |
| एड़पा भीतरे – एड़पा बहरी | घर में – घर के बाहर |
| मेसरका – छिन्डरका | मिला हुआ – अलग-अलग |
| ठकना – सचे | झूठा – सच्चा |
| पुना – पच्चा | नया – पुराना |
| हेदे – गेच्छा | नजदीक – दूर |
| बिड़ना – एख़ | धूप – छाँव |
| बेस (दव) – मलदव | अच्छा – बुरा |
| तिस्सा – एम्बा | कट्टा – मीठा |
| लेड़पोया – सौंगिया (सर्वांगिया) | कमजोर – ताकतवर |
| आस्ते – जोड़ | धीमा – तेज |
| कीरना – कुड़ना | ठंडा – गर्म |
| महरंग – ससता | महंगा – सस्ता |
| तरकूटी – मझही नू | किनारा – बीच में |
| मोंखारो – पण्डरू | काला – गोरा |
| चलाक – बोका | चालाक – मूर्ख |
| दीरी – चाँड़े | देर -शीघ्र |
| मुन्धे – ख़ोख़ा | आगे – पीछे |
| पईरी – पुतबीरी | सुबह – शाम |
| केच्चका – उज्जना | मरा हुआ – जिंदा |
| किय्या – मैय्या | नीचे – ऊपर |
| मनना – मल मनना | स्वीकार – अस्वीकार |
| कोंहा – सन्नी | बड़ा – छोटा |
| पन्जका – ख़ेना | पका – कच्चा |
| चींखना – अलखना | रोना – हंसना |
‘माख़ा‘ गही बिड़दो बक ऐन्दरा मनी?
उल्ला
‘पईरी‘ गही बिड़दो बक ऐन्दरा मनी?
पुतबीरी
‘बिड़ना‘ गही बिड़दो बक तेंग्गा?
एख़