गुनखी (विशेषण) किसे कहते है?
एका बक पिंज्जकामलता उइजि पिंज्जका गहि बिहइतन (विशेषता) तिंग्गु बकन गुनख़ी(विशेषण) बअनर्। (जो शब्द संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बतलाने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं)
एकासे का :-रधा कोडे कुकोय तली, कृष्णस अकय दव कुक्कोस तलदस। नीन कोड़े आल हिकदय
इसन मुंधता बकपून नू रधा पिंज्जका तली अरा अदी घी बिहइत ‘कोड़े’ तेग्गा लगी। एन्नेम ई कुष्णस “पिंज्जका तलदस अरा कृष्णस गही बिहइतन दव तेंग्गा लगी, इन्नेम “नीन” उइजी पिंज्जका तली अरा निंग्हय बिहइतन कोड़े तेग्गा लगी। अवगै “कोड़े” अरा ‘दव’ गुनखी मंज्जा ।
गुनखी गहि नाख गोटंग डाड़ा मनी (विशेषण के चार भेद होते हैं)
- गुन गुनखी (गुणवाचक विशेषण)
- जोक्खा गुनखी (परिमाणवाचक विशेषण)
- लेक्खा गुनखी (संख्यावाचक विशेषण)
- चुगुल गुनखी (संकेतवाचक विशेषण)
गुन गुनखी (गुणवाचक विशेषण)
एकाबक पिंज्जका मलता उइजि पिंज्जका गहि दव, मलदव अरा बिहईतन तिंग्गी, अदिन गुन गुनखी ब’अनर। (जो शब्द संज्ञा अथवा सर्वनाम के गुण, दोष, विशेषता की जानकारी देती हैं, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं।)
एकासे का
इद मोख़ारो अल्ला हिके
ई मन्न पुड्डा र ‘ई।
टेट्खा पंजका तीनीई।
ई मन्न मेच्छा र ‘ई।
सोमरस दव कुक्कोस हिकदस।
मंगरस मलदव आलस हिकदस।
आ कुक्कोय चेटगर र ‘ई।
इद खें-सो मरीचा खड़खा लंगी।
ईद खेसो किचरी हिके।
इबड़ा बकपून नू दव मलदव, चेटगर, मोखरो, खें-सो मेच्छा, तीनीई, गुन गुनखी हिके।
जोक्ख़ा गुनख़ी (परिमाणवाचक विशेषण)-
एका बक ती पिंज्जका मलता उइजि पिंज्जका घी जोक्खा अख़तारई, अदिन जोक्खा गुनखी ब’अनर । (जिस शब्द से संज्ञा अथवा सर्वनाम का परिमाण जाना जाता है, परिमाण वाच विशेषण कहते हैं।)
एकासे का –
जोखनस जोक्क पुड्डा रअस।
एंग्गा जुक्की ख़ेस्स चिआ
मंगरस गहि जुक्की ख़ेस्स मंजा
बुधवस तनि कुना मंड्डी ओंदस
ए-न तनिक अम्म ओंद्दन।
स्वर्ण रेखा खाड़ अकय दिगहा र ‘ई।
आ मन्न अकय मेंच्छ र’ई।
ई कुबीई नू जुक्की अम्म रई।
लेक्खा गुनखी (संख्यावाचक विशेषण)
गुनखी ही एका बक ती पिंज्जका मलता उइजि पिंज्जका गहि लेक्खा अख़तराई, अदिन लेक्खा गुनखी बअनर। (विशेषण के जिस शब्दों से संज्ञा अथवा सर्वनाम की संख्या का बोध हो, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं)
एकासे का –
एंगहय गुया सय झनर पाहीयर बरचर।
टुक्की नु अख़ टट्खा र ‘ई।
दोयझन आलर बरआ लगनर ।
ए-न पंचे पुथि खिंदकन
एंगहय ऍड़ उड्डू खेस्स मंजा।
ओंटा ढिवा चिआ।
एंगहय मूंद जोड़ा मनख़ा गोहला र ‘ई।
अख़झन पेल्लार अरा जोक्ख़ार अखड़ा नू तोकनार। नाख़ झन कुकोयर कोमड़खा अड़खा तोक्खा लगनर।
इबड़ा बकपून नू एंड, ऑटा, मूंद, पंचे, सय, दोयझन, अख़झन, अरा नाखझन लेक्खन तिंग्गी अबंगे इवड़ा लेक्खा गुनखी हिके।
चुगुल गुनख़ी (संकेत वाचक विशेषण)
एका उइजि पिंज्जका एकअम पिंज्जका तरा चुगुल ईदई, अदिन चुगुल गुनखी बअनर (जो सर्वनाम किसी संज्ञा की ओर संकेत करते हैं उसे संकेत वाचक विशेषण कहते हैं।)
एकासे का
आ कुक्कोय दव र ‘ई।
ई परता नम्हय हिके।
हू आलस एन्देर कादस
ई तिख़िल नेखाय हिके
आ पेल्लो एड़ा खप्पा लग्गी।
ई पुथि निंग्हय हिके।
हूँ मुक्का निंग्हयनासगो हिके।
ई किच्चरी एंग आली गहि हिके।
आ आलस इंजो धर’ आ लगदस।
गुनखी गहि जोक्ख बक
चेड़ा पेल्लो
छयला जोख़स
छयला पेल्लो
पंडरू आलस
मेच्छा आली
पंडरू अड्डो
खे-सो ओड़ा
कोहा परता
कबरा ओय
मेच्छा मुक्का
पुना कनिया
पुड्ड़ा आलस
पंडरू खेर
दिगहा खाड़
मोखारो अल्ला
मोखारो जम्बु
मेच्छा मन्न
चेड़ा जोखस
मेच्छा आलस
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Q. गुनखी गहि एवंदा डाड़ा मनी तेंग्गा?
नाख़ डाड़ा मनी |
Q. “ईद ख़ेसो किचरी हिके” तेंगा एका गुनख़ी तली?
गुन गुनखी