
करिचका बक (अव्यय) एन्दरन बअनर?
एक बक मेद, गनयाँ आल अरा ननतुउद ती मल बदलारई आद कुँडुख नू करिचका बक बारई। (जो शब्द लिंग वचन, पुरूष और कारक से प्रभावित न हों कुँडुख में(करिचका बक) अव्यय कहलाते हैं।
एकासे का :अक्कुन (अभी)एकाबीरी (किस समय )एन्देर गे (किस लिए)एकसन (कहाँ)आबीरी (उस समय)गुट्ठी (सभी)
करिचका बक गहि डाड़ा (अव्यय के भेद) –
करिचका बक गहि मूंद डाड़ा मनी ! (अव्यय) के तीन भेद होते हैं)
(1) नता तुनउ करिचका बक (सम्बन्ध बोधक अव्यय) (2) जोरन तुनउ करिचका बक (समुच्चय बोधक अव्यय) क) जो ड़तुनउ (योजक) ख) खाँड़ऊ तुनउ (विभाजक) ग) मलता तुनउ (विकल्प सूचक) (3) हयकट तुनउ करिचका बक (विस्मयादिबोधक अव्यय)
1. नता तुनउ करिचका बक (सम्बन्धबोधक अव्यय) –
एका करिचका बक पिंज्जका ही खों-खा बरअर अदि ही नता बकपून ही नन्ना बक गने तिग्गी, अदिन नता तुनउ करिचका बक बअनर) (जो अव्यय संज्ञा के बाद आकर उसका सम्बन्ध वाक्य के दूसरे शब्द के साथ बतलाता है, उसे ‘सम्बन्ध बोध क’ कहते हैं।
एकासे का : -रमस भइरमांखा चींखनुम राचस ।मंदर दुक्खे बेमरहस केच्चस केरसमुन्धता बकपून नू 'भइर' बक मांखा घी नता चींखना ती अरा नन्ना बकपून नू 'दुक्खे' बक मंदर घी नता खेएना ती तिंग्गी।
2. जोरन तुनउ करिचका बक – (समुच्चयबोधक अव्यय ) :-
एक करिचका बक ओंटा बकपून मलता बक घी नता नन्ना बकपून मलता बक गने तिग्गी, अदिन जोरन तुनउ करिचका बक बअनर। (जो अव्यय एक वाक्य या शब्द का सम्बन्ध दूसरे वाक्य या शब्द से बतलाता है, उसे ‘समुच्चयबोधक’ कहते हैं।)
एकासे का :करमस बरचस, अरा धरमस केरस। करमी अरा जतरी भोंगा / बोंग्गा लगनर ।
मुन्धता बकपून नू ‘अरा’ बक करमस बरचस’ दरा ‘धरमस केरस’ इबड़ा एंड़ो बकपून जूड़ई अरा नन्ना बकपून नू ‘करमी भोंग्गा / बोंग्गा / लगी दरा जतरी भोंग्गा / बोंग्गा लगी’ न जूड़ई। नन्ना बकपून नू करमी अरा जतरी एंडोर गहि ननना ओंटम र’ ई – भोंग्गना / बोंग्गना। अवंगे इदिन बग्गे गनयां नू उइका र’ई दरा ‘अरा’ बकन एंडो पिंज्जका ही मजही ।
एनेम - जों-ख़र अरा पेल्लर बेंचा लगनर ।मनखा अरा अड्डो एड़प्पा बराअ लंग्गी।अड्डो अरा एड़ा मेना- मोखा लंग्गी ।अल्ला अरा बेरखा एड़प्पा नु र 'ई।एनेम- जतरा, पेंठ (बाजार), खोंड़हा, रंथ, जतरा, बरीतियार ।
जोरन तुनउ करिचका बक ही मूंद खंदहा मनी बोधक(समुच्चय अव्यय के तीन भाग होते हैं)
(क) जो इतुनउ (योजक)
जो इतुनउ (योजक) – इदि ती एंड मलता बग्गे मुद्ध (मुख्य) बकपून घी संगरा (संग्रह) मनी;
एकासे का -सोमरस बचदस अरा मंगरस बे-चदस।बींडी अरगी अरा बींड़ी पूती हूँ,ददास एड़प्पा अउर कमा आ लगदासई खूरी नू एम्हय एड़पा हूँ मलाजो-ड़तुनउ - अरा, दरा, अउर, हूँ
(ख) खाँड़ऊ (विभाजक)
(ख) खाँड़ऊ (विभाजक) : ई करिचका बक एंड मलता बग्गे बकपून मलता बक नू एकअम ओंटन पत्तअना मलता हुरमिन अम्मबना तिंग्गी।
एकासे का :1. टट्खन मंगरस मोक्खस हँअन मलता चमरस।इसन 'मलता' बक मंगरा अरा चरमस नू ओंटस गे बर'आ लगी।
2. न सुमरी बरचा नन मंगरी बरचा ।इसन 'न' - 'न' ती सुमरी अरा मंगरी एंडोर घी अम्बरना अख़र' आ लगी। एनेम अउर हूँ र 'ई
निंग्गयो चुलहा ओदचा का माला बुधनी बबा मालतो ईरकान ।ओन्दा अम्म नोढ़रआ कला माला नोढ़रोन अम्म कीरना र 'ई।मंगरा कंड्डो नू ओक्का मलता पिटरी नू ओक्का,कुड्डी ती मल अरखरओ अदिन गइंता ती अरखओखाँड़ऊ तुनउ मलता, न, का, मलता-मलता, माला, मलतो अदिन, माल
(ग) मलता तुनउ (विकल्प सूचक)
मलता तुनउ (विकल्प सूचक) – ई करिचका बक एंड़ बकपूर नू मल पत्तअनन इदनुम एकअम ओंटन पत्तअना मलता अम्मबनन तिंग्गी।
बबास बरचस पहें आयो बरआ पोल्लददास बरचस पहें नसगोन माल ओन्दरासमंड्डी अउर ओनोय पँहकनआस मंड्डी ओनोस पँहकन आ बेड़ानू पहियार बरचार केरार।एन्दरा बिच्चकी र'ई अदिननुम चिआ से।उन्दुल गा बरओ सिम एन्देर कलोस का।अक्कु बेंज्जा मनना काना चहि, मुदा आलर एन्देर ब' ओर।मलता तुनउ - पहें, पँहकन, मुदा, से, गा, अदिन, नुम
3. हयकट तुनउ करिचका बक (विस्मयादि बोधक अव्यय )
एका बक ती खुसमारना, दुक्खेसारना हयकटरना पता लग्गी पहें अदि गहि नता बकपून मलता अदि ही एकअम बकपोर ती मल मनी, अदिन’ हयकट तुनउ करिचकाबक’ बअनर) (जिन शब्दों से हर्ष, शोक, आश्चर्य आदि के भाव सूचित होते हैं, परन्तु जिनका सम्बन्ध वाक्य या उसके किसी पद से नहीं होता, उन्हें ‘विस्मयादि बोधक’ अव्यय कहते हैं।)
एकासे का-ओह ! एन्देर मंज्जा केराअउ ! एन्ने र ई एन माल ई 'रीक रचकानहरयो ! नीन एकाबारी बरचकी?अरे एन्न गा मोधरन केरानभल्लेम ! बेन्स मंज्जा केरा।
अन्य पढ़े
पिंज्जका (संज्ञा) के बारे में पढ़े|
उड़जि पिंज्जका (सर्वनाम) के बारे में पढ़े|
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FAQ
करिचका बक गहि एवँदा ड़ाड़ा मनी?
=> करिचका बक गहि मूंद गोटंग ड़ाड़ा मनी
जोरन तुनउ करिचका बक गहि एवँदा खंदहा मनी?
=> जोरन तुनउ करिचका बक गहि मूंद गोटंग खंदहा मनी?